मार्केट क्रैश हुआ तो क्या करें? 99% लोग ये गलती करते हैं!

मार्केट क्रैश में भारी नुकसान हुआ – लेकिन इससे जो सीखा, वो जिंदगी भर काम आएगा

प्रस्तावना

हर निवेशक का सफर उतार-चढ़ाव से भरा होता है। जब मार्केट बुल रन में होता है, तो हर कोई मुनाफा कमाने की उम्मीद करता है, लेकिन जब मार्केट क्रैश होता है, तब असली परीक्षा होती है। मैं भी इसी सोच के साथ बाजार में उतरा था, लेकिन जब अचानक मार्केट क्रैश हुआ, तो मेरी आधी बचत चली गई। यह एक दर्दनाक अनुभव था, लेकिन इसने मुझे जो सिखाया, वो सबक जिंदगी भर काम आने वाला है।

1. शुरुआत: निवेश की पहली गलती

मैंने निवेश की शुरुआत 2022 में की थी, जब बाजार में तेजी थी और हर कोई शेयर बाजार से पैसा बना रहा था। सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही निवेश सलाहों से प्रेरित होकर मैंने भी बिना ज्यादा रिसर्च किए पैसे लगा दिए।

गलती क्या थी?

  • बिना फंडामेंटल एनालिसिस के स्टॉक्स खरीदना
  • भीड़ का पीछा करना (FOMO – Fear Of Missing Out)
  • शॉर्ट-टर्म गेन के लालच में लंबी अवधि की सोच भूल जाना

2. मार्केट क्रैश का दिनजब सब कुछ बदल गया

2024 की शुरुआत में ग्लोबल आर्थिक अनिश्चितता, ब्याज दरों में बढ़ोतरी, और भू-राजनीतिक तनावों के कारण मार्केट में भारी गिरावट आई।

  • सेंसेक्स 11000(13%) अंक गिर गया।
  • मेरे पोर्टफोलियो का मूल्य लगभग 50% घट गया

शुरुआत में तो विश्वास ही नहीं हुआ कि कुछ ही दिनों में मेहनत की कमाई यूं चली जाएगी। घबराहट में कुछ स्टॉक्स बेच दिए, जिससे नुकसान और बढ़ गया।

3. सबसे बड़ी सीखघबराहट में फैसले लेना नुकसानदायक

जब मार्केट गिरता है, तो घबराहट होना स्वाभाविक है। लेकिन भावनाओं के आधार पर निवेश फैसले लेना सबसे बड़ी गलती होती है।

सीखे गए सबक:
 बाजार के उतार-चढ़ाव को सामान्य मानें।
 मार्केट क्रैश में बेचने की बजाय धैर्य रखें।
 लॉन्ग-टर्म निवेशक के तौर पर सोचें।

4. सही रणनीति: संकट में अवसर छिपा होता है

मार्केट क्रैश के बाद मैंने कुछ अनुभवी निवेशकों से सलाह ली और समझा कि यही समय अच्छे स्टॉक्स को डिस्काउंट पर खरीदने का होता है।

क्या किया मैंने?

 मजबूत कंपनियों के फंडामेंटल देखे।
 कर्ज-मुक्त या कम कर्ज वाली कंपनियों में निवेश किया।
 SIP (Systematic Investment Plan) के जरिए धीरे-धीरे निवेश जारी रखा।

5. इमोशनल कंट्रोलनिवेश में सफलता की कुंजी

सबसे कठिन काम था अपने डर और लालच पर काबू पाना। जब स्टॉक गिरते हैं तो बेचने का मन करता है, और जब बढ़ते हैं तो ज्यादा खरीदने का।

कैसे कंट्रोल किया?

 नियमित योग और ध्यान किया, जिससे मानसिक संतुलन बना रहा।
 अपने निवेश लक्ष्यों को बार-बार याद दिलाया।
 मार्केट न्यूज से थोड़ी दूरी बनाई ताकि घबराहट न बढ़े।

6. रिस्क मैनेजमेंटनुकसान से बचने की रणनीति

गलतियां जो मैंने कीं:

 एक ही सेक्टर में ज्यादा निवेश करना
 इमरजेंसी फंड न बनाना
 क्रेडिट पर निवेश करना

अब क्या करता हूं:

 पोर्टफोलियो डाइवर्सिफाई किया
 इमरजेंसी फंड में 6 महीने का खर्च रखा
 कर्ज लेकर निवेश बंद किया

7. मार्केट क्रैश के बाद बदली सोच

पहले मैं सिर्फ मुनाफे के बारे में सोचता था, लेकिन अब जोखिम और स्थिरता पर ध्यान देता हूं।

नए निवेश सिद्धांत:

 केवल उन्हीं कंपनियों में निवेश जो समझ में आएं।
 लॉन्ग-टर्म पर्सपेक्टिव रखें (कम से कम 5-10 साल)।
 SIP के जरिए समय के साथ कंपाउंडिंग का फायदा लें।

8. क्रैश के बाद मिली सबसे अनमोल सीख

1. धैर्य सबसे बड़ा हथियार है

मार्केट हमेशा साइकिल में चलता है – गिरावट के बाद उछाल आता ही है।

2. रिसर्च जरूरी है

दूसरों की सलाह से ज्यादा खुद की समझ पर भरोसा करें।

3. इमरजेंसी फंड बनाएं

कभी भी सभी पैसे निवेश न करें। जरूरत के वक्त लिक्विडिटी जरूरी होती है।

4. SIP का जादू

मार्केट चाहे ऊपर हो या नीचे, SIP आपको एवरेज रिटर्न दिलाता है।

9. उन निवेशकों के लिए सलाह जो अभी शुरुआत कर रहे हैं

 जल्दी अमीर बनने के चक्कर में पड़ें
 बाजार को समझें, फिर निवेश करें
 कभी भी पूरे पैसे एक साथ न लगाएं
 लंबी अवधि का नजरिया रखें

10. निष्कर्ष: नुकसान हुआ, लेकिन सबक अमूल्य है

हालांकि मार्केट क्रैश में मैंने अपनी आधी बचत गंवा दी, लेकिन इससे जो सबक मिला, उसने मेरी निवेश यात्रा को बदल दिया। अब मैं ज्यादा समझदारी से, धैर्य के साथ और रणनीति बनाकर निवेश करता हूं।

याद रखें, निवेश एक दौड़ नहीं, बल्कि एक मैराथन है। उतार-चढ़ाव आते रहेंगे, लेकिन जो टिके रहते हैं, वही अंत में जीतते हैं।

क्या आपने भी कभी मार्केट क्रैश में नुकसान उठाया है?

अपना अनुभव नीचे कमेंट में जरूर शेयर करें!

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